पिछले 6 साल से जनवरी महीने में शेयर बाजार में अमूमन गिरावट का ट्रेंड देखने को मिल रहा है। बीते 10 साल में 7 मौकों पर जनवरी में निफ्टी नुकसान में रहा है। यह गिरावट मुख्य रूप से विदेशी निवेशकों (FII) की भारी बिकवाली के चलते देखी गई। 2015 से लेकर 2024 के बीच 6 बार विदेशी निवेशक नेट सेलर्स रहे हैं। पिछले 10 साल जनवरी में निफ्टी का औसत रिटर्न 0.38% रहा है। विदेशी निवेशकों ने बीते 3 साल जनवरी में पैसे निकाले
पिछले 3 वर्षों में FII ने जनवरी में भारतीय शेयर बाजार से 87,899 करोड़ रुपए निकाले। इससे पहले जनवरी 2016, 2017 और 2019 में भी FII नेट सेलर्स थे। हालांकि 2015, 2018, 2020 और 2021 के जनवरी में इन्होंने भारतीय शेयर में खरीदारी की थी। घरेलू संस्थाओं ने 10 में से 7 साल निवेश बढ़ाया
डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) जनवरी में 10 में से 7 मौकों पर खरीदार रहे। बीते 3 साल जनवरी में इन्होंने 87,899 करोड़ रुपए लगाए हैं। हालांकि 2015, 2020 और 2021 के जनवरी में ये नेट सेलर्स थे। वहीं, 2016 से 2019 तक 4 साल इन्होंने जनवरी में खरीदारी की। साल के पहले दिन सेंसेक्स में 400 अंक की बढ़त, निफ्टी में 100 अंक की तेजी
शेयर बाजार में आज साल के पहले दिन (1 जनवरी) बढ़त देखने को मिल रही है। सेंसेक्स करीब 400 अंक की बढ़त के साथ 78,650 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी में भी 100 अंक से ज्यादा की तेजी है, ये 23,750 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 25 में तेजी और 5 में गिरावट देखने को मिल रही है। आज ऑटो और IT शेयर्स में बढ़त है। वहीं एनर्जी और मेटल शेयर्स में गिरावट देखने को मिल रही है। 2024 में 27% बढ़े इक्विटी निवेशक
नए निवेशकों के लिहाज से 2024 बेहद शानदार रहा है। इस दौरान बाजार ने कई कीर्तिमान रचे। बीते साल रिटेल निवेशक सालाना आधार पर 27% बढ़कर 11 करोड़ के करीब पहुंच गए। महाराष्ट्र और यूपी में निवेशकों की संख्या पहली बार 1 करोड़ पार निकल गई। हालांकि महिला निवेशकों की भागीदारी उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। कुल निवेशकों में इनकी हिस्सेदारी महज 24% रही, जो साल 2023 में 23% थी। मार्केट में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 438.9 लाख करोड़ रुपए (5.13 ट्रिलियन डॉलर) था। यह बीते साल 361.1 लाख करोड़ था। यानी लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 21.5% बढ़ा।