भारतीय टीम 1978 में टेस्ट सीरीज के लिए पाकिस्तान दौरे पर गई थी। उस दौरान एक पाक खिलाड़ी ने भारतीय क्रिकेटर्स को काफिर कह दिया था। जो भारतीय खिलाड़ियों के लिए काफी चौकाने वाला था। इसका जिक्र पूर्व क्रिकेटर मोहिंदर अमरनाथ ने अपनी किताब ‘फियरलेस’ में किया है। लेकिन, इसमें उस खिलाड़ी का नाम नहीं बताया गया है। इस्लाम में गैर मुस्लिम को काफिर कहा गया है। कैम्ब्रिज में पढ़े-लिखे क्रिकेटर के इस टिप्पणी से हम हैरान थे
उन्होंने लिखा, पाकिस्तान पहुंचने पर भारतीय क्रिकेटरों का जोरदार स्वागत हुआ। लेकिन खिलाड़ी तब हैरान रह गए जब विदेश में पढ़े-लिखे एक पाकिस्तानी क्रिकेटर ने उन्हें काफिर कह दिया। यह घटना रावलपिंडी में एक मैच के बाद हुई। मैच के बाद हम बस में चढ़ रहे थे। इस दौरान कैम्ब्रिज में पढ़े-लिखे एक पाक क्रिकेटर ने बेवजह कहा, बिठाओ, बिठाओ, इन काफिरों को जल्दी बिठाओ। मोहिंदर अमरनाथ अपनी किताब में आगे कहते हैं, ‘अच्छी शिक्षा का क्या फायदा अगर यह दूसरों के प्रति उनके नकारात्मक रवैये को नहीं बदल सकती?’ कराची हवाई अड्डे पर क्रिकेटरों का बहुत ही शानदार स्वागत हुआ
उन्होंने आगे लिखा, रावलपिंड़ी से उलट कराची हवाई अड्डे पर क्रिकेटरों का बहुत ही शानदार स्वागत हुआ। मेहमान टीम का स्वागत करने के लिए लगभग 40,000 से 50,000 लोग आए थे। भीड़ की संख्या रावलपिंडी से दोगुनी थी। हवाई अड्डे से होटल तक की दूरी 20 मिनट की थी, लेकिन हमें चार घंटे लगे। लोगों ने फुटपाथ और सड़क पर हर इंच जगह घेर ली थी, और जब तक वे भारतीय क्रिकेटरों की एक झलक नहीं देख लेते या हमसे हाथ नहीं मिला लेते, तब तक वे जाने से इनकार कर रहे थे। वे गर्मजोशी से भरे मेहमाननवाज थे। दौरे पर दुश्मनी उम्मीद से ज्यादा सामने आई
उन्होंने इस दौरे की एक और बात इस किताब में लिखी है। उन्होंने लिखा, कुछ पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने बिल्कुल अलग तरह से व्यवहार किया। दौरे पर दुश्मनी उम्मीद से ज्यादा सामने आई। जाहिर है, कुछ पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने सीनियर्स की सलाह पर काम किया और हमसे दूरी बनाए रखी। अगर हमने उनसे बात की, तो उनका लहजा और अंदाज आक्रामक था। उनमें से कम से कम दो, जावेद मियांदाद और सरफराज नवाज, और कुछ हद तक मुदस्सर नजर ने सलाह को थोड़ा ज्यादा गंभीरता से लिया। मुझे नहीं लगता कि जावेद या सरफराज कभी मैदान पर चुप रहे। स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें… ऑस्ट्रेलिया में हार के बाद खिलाड़ियों पर BCCI सख्त टीम इंडिया अब विदेशी दौरे पर गई तो टीम बस से ही सफर करेगी। 45 या इससे दिन से ज्यादा का टूर हुआ तो परिवार और पत्नियां सिर्फ 14 दिन ही साथ रह पाएंगे, पूरे टूर के दौरान नहीं। पूरी खबर पढ़ें…
पाक क्रिकेटर ने भारतीय खिलाड़ियों को काफिर कहा था:1978 पाकिस्तान दौरे की घटना; मोहिंदर अमरनाथ ने अपनी किताब में जिक्र किया
