प्रो कबड्डी सीजन 11 की विजेता टीम हरियाणा स्टीलर्स शनिवार को रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) में पहुंची। इस दौरान हरियाणा स्टीलर्स टीम का जोरदार स्वागत किया गया। वहीं टीम के हेड कोच मनप्रीत सिंह ने कहा कि पिछले 6 साल से हरियाणा स्टीलर्स की टीम प्रो कबड्डी में भाग ले रही है। पहली बार हरियाणा स्टीलर्स ने ट्रॉफी जीती है और हरियाणा प्रदेश प्रो कबड्डी को काफी खिलाड़ी देता है। खिलाड़ियों को तैयार करके लेकर जाते हैं तो यह पता होता है कि कौन सा खिलाड़ी प्यार से चलता है और कौन-सा डांटने से चलता है। उसी हिसाब से मैच के अनुसार गाइड किया जाता है। खिलाड़ियों को थोड़ा गुस्सा और प्यार दिखाना पड़ता है। तभी एक टीम अच्छा प्रदर्शन करती है। पिछले सीजन (प्रो कबड्डी सीजन 10) में थोड़े प्वाइंट के अंतर से हारे थे। लेकिन पूरे साल मेहनत की और उसका परिणाम आज सबके सामने हैं। ट्रॉफी जीतने की पूरी उम्मीद थी, क्योंकि टीम का डिफेंस बहुत अच्छा था। सभी खिलाड़ियों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। प्रो कबड्डी खिलाड़ियों के लिए अच्छा प्लेटफार्म
उन्होंने भारत में कबड्डी के भविष्य पर बोलते हुए कहा कि इंडिया में कबड्डी का भविष्य उज्ज्वल है। क्योंकि हर बच्चा ट्रेनिंग कर रहा है। खिलाड़ियों के लिए प्रो कबड्डी एक अच्छा प्लेटफार्म हैं। जहां इज्जत और पैसा सबकुछ मिलता है। कॉमनवेल्थ के लिए आस्ट्रेलिया में मैच था। वहीं कबड्डी को ओलिंपिक में शामिल करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही कबड्डी ओलिंपिक में शामिल होती दिखेगी। युवा प्रदेश को बनाएं नंबर वन
उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश का यूथ समझदार है। जो नशे की तरफ अधिक नहीं जा रहा। बहुत कम बच्चे उस राह पर है, उम्मीद है कि वे बच्चे भी खेल की तरफ मुड़ें और प्रदेश को आगे लेकर जाएं। प्रदेश स्पोर्ट्स के अलावा अन्य क्षेत्र में भी नंबर वन बने। युवाओं को एक अच्छा रास्ता दिखाएंगे तो वे उस पर जरूर चलेंगे। चैंपियन ट्राफी हमारे पास रहे, इसके लिए करेंगे प्रयास
कप्तान जयदीप दहिया ने कहा कि टीम अच्छा खेली और ट्राफी को हरियाणा में लेकर आए। आगे भी इसी तरह प्रैक्टिस करेंगे और प्रयास रहेगा कि इस ट्रॉफी को अपने पास ही रखें। कबड्डी का भविष्य बहुत अच्छा है। पहले कबड्डी में इतना पैसा भी नहीं था। अब कबड्डी आगे बढ़ रही है। उम्मीद करेंगे कि जूनियर और भी अच्छा नाम कमाएं। युवा नशे से रहें दूर, खेल या शिक्षा का रास्ता चुनें
उन्होंने कहा कि यूथ नशे के तरफ अधिक जा रहा है। लेकिन उन्होंने कहा कि युवा खेल की तरफ बढ़े। इससे वे स्वस्थ्य रहेंगे। या युवा पढ़ाई की तरफ जाएं। युवा नशे से दूर रहेगा तो मां-बाप का नाम रोशन होगा। कबड्डी को कॉमनवेल्थ गेम और ओलिंपिक में भी शामिल किया जाना चाहिए।