दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट के प्रोडक्ट इस्तेमाल करने वाले हजारों लोगों को आज (10 दिसंबर) फिर आउटेज का सामना करना पड़ा। दुनियाभर के यूजर्स माइक्रोसॉफ्ट 365 के आउटलुक, वनड्राइव और माइक्रोसॉफ्ट टीम्स जैसी प्रमुख सर्विसेस का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे थे। दोपहर 2:34 बजे शुरू हुए इस आउटेज की सबसे पहले डाउनडिटेक्टर पर रिपोर्ट की गई। इसके बाद शाम करीब 6:19 बजे शिकायतें टॉप पर थीं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय यूजर्स को दोपहर करीब 3:19 बजे से परेशानियों का सामना करना पड़ा। कंपनी ने X पोस्ट में जानकारी दी
आउटेज शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही कंपनी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर कहा कि सर्विसेज में परेशानी हो रही है। इसके तुरंत बाद माइक्रोसॉफ्ट इस आउटेज की जड़ को तलाशने में जुट गया था। कंपनी ने अपनी पोस्ट में इस समस्या से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए यूजर्स को एडमिन सेंटर में OO953223 पर जाने के लिए कहा है। राहत की बात यह है कि कंपनी ने इस पोस्ट पर रिप्लाई करते हुआ कहा कि इस समस्या को अब ठीक कर दिया गया है। फाइल्स और डॉक्युमेंट्स को ऐक्सेस नहीं कर पा रहे यूजर्स
द वर्ज ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा कि आउटेज के चलते माइक्रोसॉफ्ट टीम्स को यूज करने में काफी परेशानी हो रही है। बड़े स्तर पर हुए इस आउटेज के कारण यूजर अपनी जरूरी फाइल्स और डॉक्युमेंट्स को ऐक्सेस नहीं कर पा रहे हैं। इससे उन यूजर्स को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है, जो अपने काम के लिए क्लाउड-बेस्ड टूल्स का इस्तेमाल करते हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर
माइक्रोसॉफ्ट 365 प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर है, जिसमें वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट, आउटलुक और वन नोट जैसे लोकप्रिय एप्लिकेशन शामिल हैं। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है। ये एप्लिकेशन और सर्विसेज को बनाने, डिप्लॉय और मैनेज करने का काम करता है। एक सॉफ्टवेयर अपडेट और दुनिया का सबसे बड़ा आईटी संकट
अमेरिकी एंटी-वायरस कंपनी क्राउडस्ट्राइक के एक सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण माइक्रोसॉफ्ट की सर्विस 15 घंटे ठप पड़ गई थी। इससे माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले करोड़ों कंप्यूटर ठप पड़ गए थे और अपने-आप रिस्टार्ट होने लगे थे। इस वजह से दुनियाभर में एयरपोर्ट, फ्लाइट, ट्रेनें, हॉस्पिटल, बैंक, रेस्तरां, डिजिटल पेमेंट, स्टॉक एक्सचेंज, टीवी चैनल से लेकर सुपर मार्केट जैसी जरूरी सेवाएं रुक गईं थीं। सबसे ज्यादा असर एयरपोर्ट पर देखा गया था। दुनियाभर में 3% यानी करीब 4,295 फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ीं थीं। इतिहास का सबसे बड़ा आईटी संकट
इतने व्यापक असर के चलते यह इतिहास का सबसे बड़ा आईटी संकट बन गया था। इसे ‘डिजिटल पैंडेमिक’ भी बताया गया। इसके अलावा बैंक-स्टॉक मार्केट पर भी असर देखने को मिला था। यही नहीं ब्रिटेन में तो टीवी चैनल का प्रसारण ही रुक गया था। हालांकि, एपल और लाइनक्स के यूजर्स इससे प्रभावित नहीं हुए। क्राउडस्ट्राइक के CEO जॉर्ज कर्ट्ज ने माफी मांगी
अमेरिकी एंटी-वायरस कंपनी क्राउडस्ट्राइक के CEO जॉर्ज कर्ट्ज ने परेशानी के लिए माफी मांगी थी। उन्होंने कहा कि कंपनी ने प्रॉब्लम सॉल्व कर दी है, लेकिन सभी सिस्टम सामान्य रूप से चलने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा- क्राउडस्ट्राइक सभी प्रभावित कस्टमर्स और पार्टनर्स के साथ मिलकर काम करना जारी रखे हुए है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी सिस्टम बहाल हो जाएं। माइक्रोसॉफ्ट OS पर चलने वाले ज्यादातर कंप्यूटर्स की स्क्रीन नीली हुई थी
दरअसल, क्राउडस्ट्राइक की ओर से माइक्रोसॉफ्ट विंडोज यूजर्स को दिए गए एक सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण हुई यह दिक्कत आई थी। इससे माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले दुनियाभर के करोड़ों सिस्टम की स्क्रीन नीली हो गई और कंप्यूटर ऑटोमेटिक स्टॉर्ट होने लगा। दुनियाभर में एयरपोर्ट, फ्लाइट, ट्रेनें, हॉस्पिटल, बैंक, रेस्तरां, डिजिटल पेमेंट, स्टॉक एक्सचेंज, टीवी चैनल से लेकर सुपर मार्केट जैसी जरूरी सेवाएं रुक गईं। क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण ही माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर क्लाउड और माइक्रोसॉफ्ट 365 सर्विसेज में परेशानी आई है। इस आउटेज के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने तुरंत कहा कि यह एक “थर्ड पार्टी इश्यू” है। दूसरे शब्दों में- ये उसकी गलती नहीं थी। माइक्रोसॉफ्ट के पास समस्या से निजात पाने का कोई ‘प्लान बी’ नहीं था। वह इंतजार करती रही कि खुद साइबर सिक्योरिटी फर्म इसे दूर करेगी। कंप्यूटर पर ब्लू स्क्रीन कब दिखाई देती है?
ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ एक सीरियस एरर स्क्रीन है, जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर दिखाई देती है। ऐसा तब होता है, जब सिस्टम किसी सीरियस इश्यू के चलते क्रैश हो जाता है। इस मैसेज के मायने हैं कि सिस्टम सुरक्षित रूप से काम नहीं कर सकता है। इस एरर पर कंप्यूटर अपने आप रीस्टार्ट होने लगता है और डेटा लॉस की आशंका बढ़ जाती है।
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