Live Updates: Notre-Dame Reopens, 5 Years After Devastating Fire

World leaders are in Paris for ceremonies as the 12th-century Gothic cathedral opens its doors after a monumental renovation.

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In Congo, a Medical Mystery Offers Clues to the Mpox Epidemic

In a remote Congolese town, a medical mystery led to the discovery of alarming changes in the mpox virus and, eventually, to a global health emergency.

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Syria Live Updates: Government Forces Withdraw From Damascus Suburbs, Monitors Say

Two war monitoring groups said Syria’s military had pulled out of a number of Damascus suburbs where anti-government protests erupted. The movements could not immediately be confirmed.

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अमेरिका में टिकटॉक पर बैन लगभग तय:फेडरल कोर्ट ने पेरेंट कंपनी बाइटडांस में हिस्सेदारी बेचने को कहा, भारत में 2020 से प्रतिबंधित है चायनीज ऐप

चाइनीज शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक (TikTok) पर अमेरिका में बैन लगना लगभग तय हो गया है। यूएस की फेडरल कोर्ट ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की ‘फ्री स्पीच’ वाली अपील को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने टिकटॉक को 19 दिसंबर तक अपनी पेरेंट कंपनी बाइटडांस की हिस्सेदारी बेचने के लिए कहा है, नहीं तो फैसले के मुताबिक ऐप को अमेरिका में बैन कर दिया जाएगा। मामला टिकटॉक बनाम गारलैंड, यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स, डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया सर्किट (वाशिंगटन) का है। यहां चाइनीज ऐप ने नेशनल सिक्योरिटी और यूजर्स प्राइवेसी के कानून के खिलाफ याचिका दायर की थी। तीन जजों की बेंच ने सुनवाई करते हुए सर्वसम्मति से उनके आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अमेरिका का कोई भी कानून किसी भी तरह फ्री स्पीच को नहीं रोकता है। टिकटॉक को उम्मीद थी फेडरल कोर्ट में उसकी दलील सुनी जाएगी, लेकिन कोर्ट के फैसले के साथ ही टिकटॉक की आखिरी उम्मीद भी खत्म हो गई। भारत सरकार जून-2020 में ही टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा चुकी है। वहीं, ब्रिटेन सरकार भी मार्च 2023 में इसे प्रतिबंधित कर चुकी है।

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The Golden State Valkyries Drafted to Win. But This Is Just the Beginning.

The W.N.B.A.’s newest team took its first steps toward building an inaugural roster knowing there would be turnover in the near future.

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Revisting Bold N.H.L. Predictions From the Preseason

Two months into the hockey calendar, some prognostications are holding up well, while others might have been a bit too out there.

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Lance Morrow, 85, Award-Winning Essayist for Time Magazine, Is Dead

His voice carried weight on the influential back page and as the writer of many “Man of the Year” cover articles. As a memoirist he chronicled his heart attacks.

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What if Charity Shouldn’t Be Optimized?

The recent trend in philanthropy has been to look for the most bang for your buck. Maybe you don’t have to.

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महिंद्रा की इलेक्ट्रिक एसयूवी ‘BE 6’ नाम से बेची जाएगी:इंडिगो एयरलाइन के साथ ट्रेडमार्क विवाद के कारण बदला कार का नाम, पहले ‘BE 6e’ था

महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भारतीय बाजार में हाल ही में लॉन्च की गई इलेक्ट्रिक एसयूवी ‘BE 6e’ का नाम बदल दिया है। कंपनी अब इस इलेक्ट्रिक कार को ‘BE 6’ नाम से बेचेगी। कंपनी ने यह फैसला इंडिगो एयरलाइन का संचालन करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के साथ ट्रेडमार्क को लेकर चल रहे विवाद के कारण लिया है। महिंद्रा ने आज (7 दिसंबर) को इसकी जानकारी दी। इंटरग्लोब एविएशन ने ‘महिंद्रा BE 6E’ में ‘6E’ के इस्तेमाल को लेकर ट्रेडमार्क उल्लंघन का आरोप लगाया है। इंटरग्लोब ने 3 दिसंबर को दिल्ली हाईकोर्ट में केस फाइल किया था, जिसकी सुनवाई 9 दिसंबर को हो सकती है। महिंद्रा का कहना है कि उसने ‘BE 6e’ ट्रेडमार्क के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया था, जो इसके इलेक्ट्रिक SUV पोर्टफोलियो का हिस्सा रहेगा। महिंद्रा एंड महिंद्रा का कहना है कि, हमने भले ही इलेक्ट्रिक SUV का नाम बदल दिया है, लेकिन ‘BE 6e’ ट्रेडमार्क के लिए इंटरग्लोब एविएशन के खिलाफ अदालत में मुकदमा जारी रखेगी। महिंद्रा ने इलेक्ट्रिक एसयूवी BE 6e को भारतीय बाजार में 26 नवंबर को लॉन्च किया था। महिंद्रा ने कहा- विवाद की कोई गुंजाइश नहीं महिंद्रा इलेक्ट्रिक ने एक ऑफिशियल स्टेटमेंट में कहा, ‘अपनी ब्रांडिंग में हमें कोई विवाद नहीं दिखता है, क्योंकि इंडिगो एक एयरलाइन कंपनी है और हम कार मैन्युफैक्चरर हैं। हमने जो रजिस्ट्रेशन कराया है, वह पूरी तरह से अलग इंडस्ट्री और प्रोडक्ट से जुड़ा है और कंपनी का मार्क ‘BE 6e’ है न कि अकेला ‘6E’। ऐसे में भ्रम की कोई गुंजाइश नहीं है।’ कंपनी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता बेहतर सर्विसेस देना है। इसलिए फिलहाल कार का नाम बदलने का फैसला लिया गया है। इंडिगो ‘6E’ कॉल साइन से ऑपरेट करता है
इंडिगो ‘6E’ कॉल साइन (नाम) से ऑपरेट करता है, जो इसकी ब्रांडिंग और पैसेंजर सर्विसेज का बेस है। इसके तहत एयरलाइन 6E प्राइम (सीट सिलेक्शन, प्रायोरिटी चेक-इन और स्नैक्स), 6E फ्लेक्स (फ्लेग्जिबल रिशेड्यूलिंग और कैंसिलेशन) और एडिशनल 6E-ब्रांडेड सर्विसेज जैसे प्रोडक्ट्स प्रोवाइड करती है। इसमें एक्सट्रा बैगेज ऑप्शन और लाउंज एक्सेस शामिल हैं। एयरलाइन ने 2015 में कई ट्रेडमार्क कैटेगरी में ‘6E लिंक’ का रजिस्ट्रेशन कराया था। इसमें वह क्लास-9, क्लास-16, क्लास-35 और क्लास-39 के तहत प्रोवाइड की जाने वाली सर्विसेज में 6E का इस्तेमाल कर सकता है। महिंद्रा ‘BE 6E’ को ट्रडमार्क कराना चाहती है
25 नवंबर को महिंद्रा इलेक्ट्रिक ने क्लास 12 के तहत ‘BE 6E’ मार्क को रजिस्टर करने के लिए ट्रेडमार्क रजिस्ट्रार में एप्लिकेशन फाइल किया है। क्लास-12 में रजिस्टर हो जाने के बाद महिंद्रा को टू-व्हीलर्स को छोड़कर इलेक्ट्रिक और कंब्स्टन इंजन वाले व्हीकल्स के लिए ‘6E’ डेजिगनेशन का उपयोग करने का अधिकार मिल जाएगा।

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On These Apps, the Dark Promise of Mothers Sexually Abusing Children

Smartphone apps downloaded from Apple and Google can allow parents and other abusers to connect with pedophiles who pay to watch — and direct — criminal behavior.

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