क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक लिमिटेड का शेयर आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर इश्यू प्राइस से 29% ऊपर ₹374 पर लिस्ट हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर शेयर इश्यू प्राइस से 27.5% ऊपर ₹370 पर लिस्ट हुआ। क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक के IPO का इश्यू प्राइस ₹290 था। यह IPO 7 जनवरी से 9 जनवरी तक बोली लगाने के लिए ओपन था, जो टोटल 195.96 गुना सब्सक्राइब हुआ था। रिटेल कैटेगरी में IPO 256.46 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) कैटेगरी में 139.77 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 268.03 गुना सब्सक्राइब हुआ था। ₹290 करोड़ का था क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक का IPO क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक का ये इश्यू टोटल ₹290 करोड़ का था। इसके लिए कंपनी ने पूरे ₹290 करोड़ के 1,00,00,000 फ्रेश शेयर इश्यू किए। कंपनी के मौजूदा निवेशकों या प्रमोटर्स ने एक भी शेयर नहीं बेचे। मैक्सिमम 650 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते थे रिटेल निवेशक क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक लिमिटेड ने IPO का प्राइस बैंड ₹275-₹290 तय किया था। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 50 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते थे। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹290 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते, तो इसके लिए ₹14,500 इन्वेस्ट करने होते। वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 650 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते थे। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹1,88,500 इन्वेस्ट करने होते। ट्रेन कंट्रोल और सिग्नलिंग सिस्टम डिवेलप करती है कंपनी क्वांड्रेंट रिसर्च बेस्ड कंपनी है, जो भारतीय रेलवे के लिए कवच प्रोजेक्ट के तहत नेक्स्ट जेनरेशन ट्रेन कंट्रोल और सिग्नलिंग सिस्टम डिवेलप करती है। इससे रेल यात्रियों की सुरक्षा और विश्वसनीयता बढ़ती है। कंपनी के पास इलेक्ट्रॉन बीम इरैडिएशन सेंटर के साथ स्पेशल केबल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी भी है। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।
देश के बैंकों में 1.50 लाख करोड़ कैश की कमी:जमा पर ब्याज बढ़ रहा; डिपॉजिट की ब्याज दरें 7.50% तक पहुंचीं
देश के बैंकों में कैश की किल्लत एक बार फिर बढ़ गई है। दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में देश के बैंकिंग सिस्टम में नकदी की कमी 1.5 लाख करोड़ रुपए…
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