भारत में बजट एयरलाइन इंडिगो का संचालन करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 2,449 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 18.6% की गिरावट हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही (Q3FY24) में कंपनी को 2,998 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ था। वहीं, पिछली तिमाही (जुलाई-सितंबर 2024) में कंपनी को 987 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। रेवेन्यू 13.7% बढ़कर ₹22,111 करोड़ अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इंडिगो के ऑपरेशन से कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 13.7% बढ़कर 22,110.7 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही यानी FY24 की तीसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 19,452.1 करोड़ रुपए रहा था। भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन है इंडिगो मार्केट शेयर के लिहाज से इंडिगो देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है। भारतीय एयरलाइन मार्केट में कंपनी का शेयर करीब 63% है। इसकी स्थापना 2006 में राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल ने की थी। ये रोजाना 2000 से ज्यादा फ्लाइट ऑपरेट करती है। 80 से ज्यादा डोमेस्टिक डेस्टिनेशन और 30 से ज्यादा इंटरनेशनल डेस्टिनेशन पर इंडिगो की फ्लाइट चलती है। ये 110+ डेस्टिनेशन को जोड़ती है। एयरलाइन की 320 से ज्यादा एयरक्राफ्ट की फ्लीट है। इसके 50 करोड़ से ज्यादा कस्टमर है। एक साल में 43% चढ़ा है इंडिगो का शेयर तिमाही नतीजों के बाद इंडिगो का शेयर 0.66% की तेजी के साथ 4,162.25 के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी का शेयर बीते एक साल में 43.03% का रिटर्न दिया है। हालांकि, पिछले एक महीने में यह 9.76%, 6 महीने में 4.88% और इस साल 1 जनवरी से 9.43% गिरा है। कंपनी का मार्केट कैप 1.61 लाख करोड़ करोड़ रुपए है।