नायडू बोले-सबूतों के बीना अडाणी एनर्जी पर कार्रवाई नहीं:अमेरिका में लगे हैं भ्रष्टाचार के आरोप, 27 दिसंबर को तमिलनाडु सरकार ने टेंडर कैंसिल किया था

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अडाणी पावर पर अमेरिका में लगे आरोपों पर कहा है कि ठोस सबूत मिल जाने के बाद ही कंपनी पर कोई कार्रवाई की जा सकती है। नायडू बुधवार को मंगलागिरी में TDP के हेडक्वार्टर में मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘अडानी ग्रुप से बिजली खरीदने के लिए सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का समझौता राज्य सरकार के लिए फायदेमंद है और रिश्वतखोरी के आरोपों पर कोई भी कार्रवाई रिकॉर्ड की गहन जांच के बाद ही की जाएगी।’ इससे पहले CM ने विजयवाड़ा कहा था कि राज्य सरकार तब तक कॉन्ट्रैक्ट्स को कैंसिल नहीं कर सकती जब तक अनियमितताओं के पर्याप्त सबूत न हों। उन्होंने कहा, ‘अगर हम कॉन्ट्रैक्ट कैंसिल करते हैं तो हमें भारी जुर्माना देना होगा। जब तक स्पष्ट सबूत न हों, हम कार्रवाई नहीं कर सकते।’ तमिलनाडु सरकार ने अडाणी एनर्जी से स्मार्ट मीटर का टेंडर कैंसिल किया इससे पहले 27 दिसंबर को तमिलनाडु पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन ने अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) से स्मार्ट मीटर खरीदने के लिए जारी टेंडर कैंसिल कर दिया था। तमिलनाडु सरकार ने अडाणी की कंपनी पर महंगा चार्ज वसूलने का आरोप लगाया। केंद्र सरकार की रिवैंप्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत स्मार्ट मीटर लगाने के लिए अगस्त 2023 में चार पैकेज में टेंडर जारी की गई थी। राज्य सरकार ने इन चारों को कैंसिल किया है। न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि BSE में लिस्टेड एक फर्म ने चेन्नई सहित आठ जिलों को कवर करने वाले टेंडर के पैकेज-1 के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली थी और इसमें 82 लाख से ज्यादा मीटर लगाने की बात शामिल थी। कंपनी पर अमेरिका में लगे हैं धोखाधड़ी के आरोप अमेरिका में उद्योगपति गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर अरबों रुपए की धोखाधड़ी के आरोप लगे थे। यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस का कहना है कि अडाणी ने भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (करीब 2200 करोड़ रुपए) की रिश्वत दी या देने की योजना बना रहे थे। यह पूरा मामला अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ है। 24 अक्टूबर 2024 को न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में यह केस दर्ज हुआ था। इसकी सुनवाई में गौतम अडाणी, उनके भतीजे सागर अडाणी, विनीत एस जैन, रंजीत गुप्ता, साइरिल कैबेनिस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल को आरोपी बनाया गया था। ——————————— ये खबर भी पढ़ें… गौतम अडाणी पर न्यूयॉर्क में धोखाधड़ी का आरोप: दावा- सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट के लिए ₹2200 करोड़ की रिश्वत ऑफर की, नेटवर्थ ₹1.02 लाख करोड़ घटी अमेरिका में उद्योगपति गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर अरबों रुपए की धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस का कहना है कि अडाणी ने भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (करीब 2200 करोड़ रुपए) की रिश्वत दी या देने की योजना बना रहे थे। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें… दूसरी तिमाही में अडाणी पावर का मुनाफा 50% कम हुआ: ₹3,298 करोड़ रहा, रेवेन्यू 3% बढ़कर 13,339 करोड़ रुपए; एक साल में 66% चढ़ा शेयर थर्मल पावर प्रोड्यूस करने वाली अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी पावर को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 3,298 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 50% की कमी आई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 6,594 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। ऑपरेशनल रेवेन्यू की बात करें तो जुलाई-सितंबर तिमाही में यह 13,339 करोड़ रुपए रहा। सालाना आधार पर इसमें 3% की बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने 12,991 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से हुई आय को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

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