यूलिप में ₹2.5 लाख तक सालाना निवेश टैक्स फ्री:मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम पर भी टैक्स नहीं, समझें इसको लेकर क्या हैं नियम

बजट 2025 में यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप) के टैक्स संबंधी नियम और स्पष्ट हो गए हैं। यूलिप पर टैक्सेशन म्यूचुअल फंड जैसे अन्य निवेश विकल्पों जैसा होगा। इस बदलाव से निवेशकों को सही वित्तीय निर्णय लेने में मदद मिलेगी। अगर आप एक या एक से ज्यादा यूलिप स्कीम में सालाना ₹2.5 लाख तक निवेश करते हैं, तो मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि 100% टैक्स-फ्री होगी। दूसरी ओर, अन्य इक्विटी निवेशों पर ₹1.25 लाख से अधिक के मुनाफे पर 12.5% का लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (LTCG) देना पड़ता हैं। लेकिन अगर किसी यूलिप पॉलिसी में सालाना ₹2.5 लाख से ज्यादा प्रीमियम है, तो इसे कैपिटल एसेट माना जाएगा। ₹1.25 लाख से ज्यादा के मुनाफे पर 12.5% टैक्स लगेगा। इसे उदाहरण से समझें: अगर कोई व्यक्ति 20 साल तक हर महीने ₹20,000 का निवेश करता है और 14% सालाना ग्रोथ मिलती है, तो निवेश से लगभग ₹2.35 करोड़ का रिटर्न मिलेगा। इक्विटी निवेश पर ₹23.2 लाख का टैक्स देने के बाद राशि घटकर ₹2.12 करोड़ रह जाएगी। जबकि यूलिप से मिला रिटर्न टैक्स-फ्री रहेगा। इसका मतलब यूलिप में निवेश करने से टैक्स में ₹23.2 लाख की बचत हो सकती है, जिससे कुल रिटर्न अधिक रहेगा। हालांकि, यह टैक्स-फ्री बेनिफिट केवल उन्हीं यूलिप पॉलिसियों पर लागू होगा, जो 1 फरवरी 2021 के बाद खरीदी गई हैं और जिनका सालाना निवेश ₹2.5 लाख तक है। ऐसे सभी यूलिप प्लान, जिन्हें सेक्शन 10 (10डी) के तहत टैक्स छूट की अनुमति नहीं है, उन्हें इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंड माना जाएगा। क्या है यूलिप?
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) ऐसा लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट है, जिसमें कस्टमर को वेल्थ क्रिएशन और लाइफ इंश्योरेंस प्रोटेक्शन का दोहरा फायदा मिलता है। यानी यूलिप में इन्वेस्टमेंट के साथ इंश्योरेंस की सुरक्षा भी मिलती है। पॉलिसीधारक की मृत्यु होने पर यूलिप प्लान में बीमा की राशि का भुगतान नॉमिनी को किया जाता है। इसमें एक तरफ टर्म प्‍लान लाइफ कवर मिलता है तो दूसरी तरफ आपको निवेश करने का भी मौका मिलता है।

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