लक्ष्मी डेंटल का शेयर 26.64% ऊपर ₹542 पर लिस्ट:इश्यू प्राइस ₹428 था, जुलाई 2004 में स्थापित हुई थी कंपनी

लक्ष्मी डेंटल लिमिटेड का शेयर आज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर इश्यू प्राइस से 26.64% ऊपर ₹542 पर लिस्ट हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर शेयर इश्यू प्राइस से 23.36% ऊपर ₹528 पर लिस्ट हुआ। लक्ष्मी डेंटल के IPO का इश्यू प्राइस ₹428 था। यह IPO 13 जनवरी से 15 जनवरी तक बोली लगाने के लिए ओपन था, जो टोटल 114.14 गुना सब्सक्राइब हुआ था। रिटेल कैटेगरी में IPO 75.1 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) कैटेगरी में 110.38 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 147.69 गुना सब्सक्राइब हुआ था। ₹698.06 करोड़ का था लक्ष्मी डेंटल का IPO लक्ष्मी डेंटल का ये इश्यू टोटल ₹698.06 करोड़ का था। इसके लिए कंपनी ने ₹138 करोड़ के 32,24,299 फ्रेश शेयर इश्यू किए। कंपनी के निवेशकों ने ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए ₹560.06 करोड़ के 1,30,85,467 शेयर बेचे। मैक्सिमम 462 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते थे रिटेल निवेशक लक्ष्मी डेंटल लिमिटेड ने IPO का प्राइस बैंड ₹407-₹428 तय किया था। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 33 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते थे। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹428 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते, तो इसके लिए ₹14,124 इन्वेस्ट करने होते। वहीं, मैक्सिमम 14 लॉट यानी 462 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते थे। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹1,97,736 इन्वेस्ट करने होते। इश्यू का 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व था कंपनी ने IPO का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा था। इसके अलावा 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व था। लक्ष्मी डेंटल लिमिटेड की स्थापना जुलाई 2004 में हुई थी लक्ष्मी डेंटल लिमिटेड एक इंटीग्रेटेड डेंटल प्रोडक्ट कंपनी है, जिसकी स्थापना जुलाई 2004 में हुई थी। कंपनी कस्टम क्राउन और ब्रिज, क्लियर एलायनर्स, थर्मोफॉर्मिंग शीट्स और पीडियाट्रिक डेंटल जैसे अन्य डेंटल प्रोडक्ट्स बनाती है। कंपनी टैग्लस ब्रांड नाम के तहत थर्मोफॉर्मिंग शीट, बायोकम्पैटिबल 3डी प्रिंटिंग रेजिन और क्लियर एलाइनर्स को बनाने के लिए मशीनें भी प्रोवाइड करती है। कंपनी पूरी तरह से इंटीग्रेटेड मॉडल पर काम करती है, जिसका मतलब है कि वे डेंटल प्रोडक्ट के डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन तक की पूरी प्रोसेस को संभालती है। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।

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