भारत की कोनेरू हम्पी ने दूसरी बार वर्ल्ड रैपिड शतरंज चैंपयिनशिप खिताब जीत लिया है। न्यूयार्क में खेले गए इस टूर्नामेंट में हम्पी ने फाइनल में इंडोनेशिया की इरीन सुखंदर को हराया।
इससे पहले हम्पी ने साल 2019 में जॉर्जिया में हुए इस चैंपियनशिप को जीता था। भारत की नंबर 1 खिलाड़ी चीन की जू वेनजुन के बाद एक से अधिक बार खिताब जीतने वाली दूसरी खिलाड़ी हैं। 37 वर्षीय हम्पी ने 11 में से 8.5 अंकों के साथ टूर्नामेंट का समापन किया। हंपी ग्रैंड मास्टर बनने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी
हंपी नेशनल बॉयज टाइटल जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं। वे ग्रैंड मास्टर बनने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं। वे 2600 ईएलओ पॉइंट हासिल करने वाली सिर्फ दूसरी महिला खिलाड़ी हैं। उनके पिता अशोक कोनेरू ने 5 साल की उम्र में उनकी प्रतिभा को पहचान लिया था। अशोक भी शतरंज खेलते थे। उन्होंने हंपी को ट्रेनिंग दी। अशोक प्रोफेसर थे। बेटी के शतरंज के सपनों को पूरा करने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी और हंपी को ट्रेनिंग देने लगे। 6 और 7 साल की उम्र में हंपी ने स्टेट चैंपियनशिप जीत ली। इसके बाद अंडर-12, 14, 16 की नेशनल चैंपियन बन गईं। चेस में इस साल भारत का रहा बेहतर प्रदर्शन
चेस में इस साल भारत का प्रदर्श प्रदर्शन बेहतर रहा है। डी गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को 12 दिसंबर को वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप फाइनल में 7.5-6.5 से हराया था। इतनी कम उम्र में खिताब जीतने वाले गुकेश दुनिया के पहले प्लेयर हैं। इससे पहले 1985 में रूस के गैरी कैस्परोव ने 22 साल की उम्र में यह खिताब जीता था। वहीं सिंतबर में हंगरी के बुडापेस्ट में हुए चेस ओलिंपियाड में भारत ने ओपन और विमेंस कैटेगरी में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीता। ओलिंपियाड के 97 साल के इतिहास में भारत ने दोनों कैटेगरी में पहली बार ही पहला स्थान हासिल किया। 11वें राउंड की ओपन कैटेगरी में भारत ने स्लोवेनिया को 3.5-0.5 से हराया। वहीं, विमेंस टीम ने अजरबैजान को 3.5-0.5 के अंतर से ही आखिरी राउंड हराया। रूस के वोलोडर मुर्जिन ने पुरुषों का खिताब जीता
रूस के 18 वर्षीय वोलोडर मुर्जिन ने मेन्स का खिताब जीता। मुरजिन FIDE वर्ल्ड रैपिड चैंपियन जीतने वाले दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी हैं। उनसे पहले नोडिरबेक अब्दुसत्तोरोव 17 साल की उम्र में खिताब जीता था। चेस से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…
चेस चैंपियन कार्लसन वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियनशिप से बाहर:ड्रेस कोर्ड के उल्लंघन पर FIDE ने नोटिस जारी किया; जुर्माना भी लगा पांच बार के वर्ल्ड चेस चैंपियन मैग्नस कार्लसन वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियनशिप से बाहर हो गए हैं। उन पर ड्रेस कोर्ड के उल्लंघन को लेकर अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) ने नोटिस जारी किया है और करीब 17 हजार का जुर्माना भी लगाया है। पूरी खबर पढ़ें…
हम्पी ने दूसरी बार वर्ल्ड रैपिड शतरंज चैंपयिनशिप खिताब जीता:इंडोनेशिया की इरीन सुखंदर को हराया; टूर्नामेंट में 11 में से 8.5 अंक अर्जित किए
